न्यायप्रिय क्षेत्राधिकारी को सौपेंगे ज्ञापन, पत्रकारों में आक्रोश कोंच (जालौन):- प्रदेश के आका मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रदेश के पुलिस...
न्यायप्रिय क्षेत्राधिकारी को सौपेंगे ज्ञापन, पत्रकारों में आक्रोश
कोंच (जालौन):- प्रदेश के आका मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रदेश के पुलिस मुखिया विजय कुमार जहां एक ओर प्रदेश में राम राज्य स्थापित करने और जनता की सुरक्षा के लिए दिन प्रतिदिन कड़े निर्णय लेने में लगे है तो वही जनपद के हालात कुछ और ही हकीकत वयां कर रहे जहां न तो मंदिर में श्रीराम भक्त की मूर्ति सुरक्षित रह गईं है और न ही श्रीराम के उपासक। जिसकी एक बानगी उस समय देखने को मिली जब श्रीराम भक्त की मूर्ति चोरी से जुड़े मामले में श्रीराम उपासकों पर ही कानून का कहर बरस पड़ा।
बता दे कि कोंच कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत नगर के भीड़भाड़ वाले चन्दकुआँ चौराहे के पास भूतेश्वर मंदिर के प्रांगड़ से विगत19 तारीख की रात्रि को अंधेरे का लाभ उठाकर अराजक तत्वों ने सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की नीयत से प्रभु श्रीराम के प्रिय भक्त हनुमान जी की मूर्ति चोरी कर ली थी जिसके सम्बन्ध में मंदिर प्रबंधक अनूप अग्रवाल ने उसी रात्रि को कोतवाल कोंच नागेंद्र पाठक को अज्ञात लोगों के विरुद्ध प्रार्थना पत्र देकर मामले में कार्यवाही की मांग की थी लेकिन मामले में कार्यवाही करने के बजाय कोतवाल कोंच ने मंदिर प्रबन्धक को दबाब में लेकर तुरन्त दूसरी मूर्ति की स्थापना करवा दी थी लेकिन नगर की जनता की आस्था से जुड़ी पुरानी स्थापित मूर्ति की चोरी पर कोई कार्यवाही न होना और पुरानी स्थापित मूर्ति की जगह आनन फानन में नई मूर्ति की स्थापना करना प्रभु श्रीराम में प्रिय भक्त हनुमन्तलाल को स्वयं रास नही आया और अभी हाल में 27 तारीख को बन्दरो द्वारा गिरा दिए जाने के कारण नई स्थापित हुई मूर्ति खण्डित हो गई जिसके बाद पुरानी मूर्ति बरामद न होने और न ही मामले में कई कार्यवाही को लेकर श्रीराम उपासकों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने मामले में कार्यवाही करने और मूर्ति बरामद करते हुए न्याय की मांग की और कोंच कोतवाली पुलिस की कार्यशैली का विरोध करते हुए आवाज बुलंद की जिसके बाद कुशल प्रशानिक अधिकारी उपजिलाधिकारी कोंच अंगद सिंह यादव और न्यायप्रिय क्षेत्राधिकारी कोंच रामसिंह यादव ने मौके पर पहुंच कर हिंदूवादी संगठन विहिप व बजरंग दल के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से वार्ता करके मामले को शांत कराया और मामले में जल्द कार्यवाही का आश्वाशन देते हुए कोतवाली पुलिस को सख्त तेवरों में दो दिन के अंदर मूर्ति बरामद करने के निर्देश दिये थे। जिसके बाद करीब 8 दिन पहले चोरी हुई मूर्ति के मामले में खाली हाथ खड़ी कोतवाली पुलिस ने जादुई छड़ी घुमाते हुए मात्र 2 घण्टे के अंदर चोरी गयी पुरानी मूर्ति को बरामद कर लिया लेकिन हिन्दू संगठनों द्वारा आवाज बुलंद करने के कारण कोतवाल कोंच की हुई किरकिरी का मलाल कोतवाल कोंच अपने मन से निकाल न सके और उन्होंने उनकी कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह लगाकर उनकी सरेआम किरकिरी करने वाले श्रीराम के उपासकों वाले हिन्दू संगठन विहिप और बजरंग दल के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं कानून का कहर बरसा दिया है। इतना ही नही अगर सूत्रों की माने तो उसी दिन कोतवाल कोंच नागेंद्र पाठक ने बजरंग दल के जिलाध्यक्ष आकाश उदैनिया को देख लेने की धमकी भी दी थी।
न्यायप्रिय क्षेत्राधिकारी को सौपेंगे ज्ञापन, पत्रकारों में आक्रोश
- एक ओर जहां प्रदेश सरकार प्रदेश में आये दिन पत्रकारों के साथ होने वाली घटनाओं और कवरेज के समय पत्रकारों के साथ किये जाने वाले अभद्र व्यवहार को गम्भीरता से लेकर उनकी सुरक्षा के लिए निर्देश जारी कर रही है साथ ही साथ कभी हाल में जनपद के तेज तर्रार पुलिस कप्तान डॉ इराज राजा ने भी यह बात कही थी कि पत्रकारों के विरुद्ध बिना जांच पड़ताल कोई मामला दर्ज नही किया जाएगा लेकिन कोतवाल कोंच की कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह लगने से हुई किरकिरी का बदला लेने पर आतुर हुए कोतवाल कोंच ने सरकार द्वारा जारी निर्देश और जनपद के पुलिस कप्तान डॉ इराज राजा द्वारा कही गई बात को भी नजरअंदाज करने में कोई कोर कसर नही छोड़ी और मौके पर कवरेज करने गए पत्रकार मृदुल दांतरे को भी मामले ने नामजद कर दिया जिसको लेकर पत्रकारों में आक्रोश है और पत्रकारों ने एक बैठक आहूत की है और सर्वसम्मति से न्यायप्रिय क्षेत्राधिकारी कोंच पर भरोसा जताते हुए यह निर्णय लिया गया है कि क्षेत्राधिकारी कोंच को ज्ञापन सौप कर कोतवाली पुलिस द्वारा मनमाने ढंग से पत्रकार साथी पर दर्ज मामले को वापिस कराने की मांग करेंगे और उनसे पूर्ण न्याय की उम्मीद जताई गई है।
न ही अभी तक चोर का पता, न ही मामला हुआ दर्ज
- इस मामले में विगत 19 तारीख को मूर्ति चोरी हुई थी जिसके तुरन्त बाद कोतवाल कोंच नागेंद्र पाठक को शिकायती प्रार्थना पत्र सौप दिया गया था किन्तु कोतवाल कोंच ने अभी तक इस घटना को लेकर कोई मामला दर्ज नही किया है और न ही अभी तक घटना को अंजाम देने वालों के नाम कोतवाली पुलिस अभी तक उजागर कर पाई है किन्तु कोतवाली पुलिस द्वारा चमत्कारिक रूप से मूर्ति बरामद कर लेना और चोरो का अभी तक अता पता न चल पाना नगर में चर्चा का विषय बना हुआ है।
कई मामलों में सराहनीय है कोतवाल कोंच की कार्यशैली
- कोतवाल कोंच की कार्यशैली को लेकर नगर में चर्चाओं का बाजार हमेशा गर्म रहता है यदि सूत्रों की माने तो सूत्रों का दावा है कि आश्चर्यचकित करने वाला यह कोई पहला मामला नही है जिसमे चोरी करने वालों पर अभी तक कोई कार्यवाही नही हुई है और न्याय मांगने वाले श्रीराम उपासकों पर कार्यवाही कर दी गई है इसके अतिरिक्त भी कोतवाल कोंच की आश्चर्यचकित करने वाली कार्यशैली के और भी उदाहरण है जिनमे मामला पंजीकृत कराने के प्रार्थना पत्र बाद की तारीखों में दिए गई है लेकिन सूजन की चोटों के डॉक्टरी परीक्षण पहले कराए गए है जो कोतवाल कोंच को सराहनीय कार्यशैली को वयां करने के लिये समर्थित है।
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