मार्केटिंग कंपनी के नाम पर देवास में कई युवक-युवतियां ठगी का शिकार हुई है। जिनसे कंपनी संचालकों द्वारा बड़े-बड़े प्रलोभन देकर उनसे मोटी रक...
मार्केटिंग कंपनी के नाम पर देवास में कई युवक-युवतियां ठगी का शिकार हुई है। जिनसे कंपनी संचालकों द्वारा बड़े-बड़े प्रलोभन देकर उनसे मोटी रकम वसूली गई। बताया जा रहा है यह मार्केटिंग कंपनी औद्योगिक क्षेत्र थाने के गणेशपुरी में संचालित हो रही थी। जिसमें देवास सहित अन्य दूसरे शहरों के युवक-युवतियां जुड़े थे। संचालक द्वारा जॉब देने के बहाने इनसे संपर्क किया जाता था और कपड़े बेचने के लिए मार्केटिंग करवाई जाती थी। इस दौरान इनसे मोटी रकम भी वसूली जाती थी जिसके एवज में इन्हें कमीशन दिया जाता था।
5 अगस्त को एक पीड़िता युवक बादल प्रताप द्वारा औद्योगिक क्षेत्र थाने पर शिकायत की गई उसके बाद पुलिस ने गणेशपुरी क्षेत्र से करीब दो दर्जन से अधिक युवक-युवतियों को पूछताछ के लिए बुलाया और उनसे पूछताछ की गई उसके बाद उक्त जॉब रैकेट का पुलिस ने भंडाफोड़ किया। सभी युवक-युवतियों 18 से 25 वर्ष की उम्र के इसमें कार्य करते थे और सभी निम्नआय वर्ग के हैं जो अलग-अलग पिछड़े इलाकों में निवास करते हैं। पुलिस ने फिलहाल एचवायजी कंपनी के मैनेजर जुवानसिंह भावर जो मैनेजर था उसे गिरफ्तार किया गया है। कंपनी संचालक कृष्णा जाट और अंकित जाट की तलाश की जा रही है।
दूसरी जगह शिप्ट करने की थी तैयारी
पुलिस ने बताया कि संचालक कृष्णा जाट द्वारा ठगी का शिकार हुए युवक-युवतियों को टूर पर ले जाने के लिए बस के माध्यम से उज्जैन रवाना कर दिया गया। वहां घुमाया गया ताकि यह बच्चे पुलिस के सामने कोई बयान न दे सके आज रात में इन्हें दूसरी जगह शिफ्ट किया जाना था। इसके पहले एक अन्य गवाह पुलिस के सामने आ गया जिसके माध्यम से पुलिस ने इनका भंडाफोड़ किया। हालांकि बाद में इन सब को औद्योगिक थाने लाया गया और उनके नाम-पते लिखकर ठगी गई राशि की जानकारी ली गई। इनके खिलाफ पहले से विजयनगर थाने में भी केस दर्ज है।
औद्योगिक क्षेत्र थाना प्रभारी शशिकांत चौरसिया ने बताया कि एक एचवायजी मार्केटिंग कंपनी देवास में इसका काम चल रहा था फरियादी बादल पिता प्रकाश चौहान ने 5 अगस्त को शिकायत की थी और पुलिस को बताया था कि मुझे और मेरे जैसे सैकड़ों बच्चों को इनके द्वारा देश के विभिन्न क्षेत्रों से जॉब का ऑफर किया गया है। एक प्रकार का जॉब रैकिट चल रहा है कंपनी के द्वारा जिसके संचालक कृष्णा जाट और अंकित जाट के नाम सामने आए है। इनके द्वारा बच्चों को प्रलोभन दिया जा रहा था जॉब का ऑफर दिया जा रहा था और कमीशन का ऑफर दिया जा रहा था।
इनको बहुत ही सस्ते दाम की एक पेंट शर्ट दी जाती थी बेचने के लिए जिस पर 3 हजार रुपए एक पेंट शर्ट पर लिए जाते थे। लेकिन बच्चे वह बेच नहीं पाते थे और बाद में बच्चों को खुद वह पेंट शर्ट पहना पड़ते थे और जब बच्चे नहीं बेच पाते थे तब उनको विवश किया जाता था। आप अपने जैसे अन्य लोगों को भी जॉब के लिए जोड़ों आपको कमीशन उनसे दिलाया जाएगा। जब नए बच्चे जुड़ते थे। तब कुछ मात्रा में इनको कमीशन दिया जाता था। लेकिन एक बहुत बड़ी संख्या में बच्चों को ठग करके बहुत बड़ा अमाउंट इनके द्वारा और उनको डायमंड, प्लेटीनम व गोल्डन रेंक तक पहुंचने के लिए अलग-अलग इनसे पैसे लिए जाते थे। किसी से 41 हजार 500 किसी से 81 हजार ऐसे लाखों रुपए की इनके द्वारा करीब 100 बच्चों से ठगी की गई। थाना विजयनगर इंदौर में इसी कंपनी के विरुद्ध पिछले दिनों धारा 420, 406 का प्रकरण पंजी बद्ध किया गया था। फिलहाल पुलिस मामले में और जानकारी जुटा रही है।
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