नया शिक्षा सत्र शुरू हुए डेढ़ महीने बीत चुका, लेकिन अब भी जिले के बदहाल स्कूलों की मरम्मत नहीं की जा सकी है। नतीजा इन बदहाल स्कूलों में बा...
नया शिक्षा सत्र शुरू हुए डेढ़ महीने बीत चुका, लेकिन अब भी जिले के बदहाल स्कूलों की मरम्मत नहीं की जा सकी है। नतीजा इन बदहाल स्कूलों में बारिश के दौरान छत से टपकते पानी व गिरते प्लास्टर के बीच छात्र पढ़ने को मजबूर हैं। प्लास्टर छात्र व शिक्षिका पर गिरने की दो घटनाएं घट चुकी हैं। हर साल बदहाल स्कूलों के मरम्मत की पालक व स्कूल प्रबंधन द्वारा मांग की जाती है। अगले शिक्षा सत्र तक भवन को दुरूस्त करने का आश्वासन मिलता है।
शहर के अलावा गांव के स्कूल भवन की भी हालत काफी खराब है। शहर से सटे ग्राम पंचायत बेवरती की तीन स्कूलों में पूर्व माध्यमिक शाला भवन की स्थिति काफी खराब है। छत में लगे छड़ बाहर दिखाई पड़ रहे हैं। छत से टपकते पानी व झड़ते प्लास्टर के बीच छात्रों को पढ़ाई करनी पड़ती है। एक कमरे में स्थिति इतनी खराब हो चुकी है कि पिछले सप्ताह छात्र विवेक नरेटी पर प्लास्टर गिर गया। जिससे छात्र के कंधे में चोटें आई। अन्य छात्रों ने कहा अब कमरे में बैठने में डर लगता है। जल्दी मरम्मत होनी चाहिए। हाल ही में प्राथमिक शाला भवन की मरम्मत की गई। बावजूद बारिश में छत से पानी टपक रहा है। इसी तरह गांव के नयापारा प्राथमिक शाला में भी भवन की छत से पानी टपक रहा है। भवन में दरारें आ गई हैं।
गोविंदपुर के पंडित विष्णु प्रसाद शर्मा हायर सेकंडरी स्कूल भवन का अधिकांश हिस्सा बदहाल हो चुका है। यहां की शिक्षिका पर स्टाफ रूप में प्लास्टर झड़ कर गिर चुका है। इससे उनके हाथ में गंभीर चोटें आई थी। जिसके बाद से मरम्मत की मांग लगातार स्कूल प्रबंधन कर रहा है, लेकिन नहीं हो पाई है। दो साल पहले भी शिक्षिका पर स्टाफ रूम में प्लास्टर का तुकड़ा गिर गया था, जिससे हाथ में गंभीर चोटें आई थी। आमापारा, राजापारा, भंडारीपारा, संजय नगर की स्कूलों का भी ऐसा ही हाल है। जिसके मरम्मत की मांग की जा रही है। राजापारा की प्राथमिक शाला का बाथरूम कंडम स्थिति में है। लोहे का गेट टुट गया है। जिससे असमाजिक तत्व स्कूल परिसर में घुस कर शराब पीते हैं। लट्टीपारा स्कूल में एक ही परिसर में प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक शाला संचालित हो रही है। छात्रों व शिक्षकों के लिए बाथरूम नहीं है, जिससे दिक्कत होती है।
माहुरबंदपारा प्राथमिक स्कूल में बालकों का शौचालय कंडम स्थिति होने से उपयोग नहीं हो रहा है। अन्नपूर्णापारा स्कूल के पीछे बाउंड्रीवाल में गेट नहीं लग पाया है। जिससे भी असामाजिक तत्व स्कूल में घुस नशाखोरी करते हैं। भंडारीपारा वार्ड में प्राथमिक व मिडिल स्कूल के बदहाल भवन की लंबे समय से मरम्मत की मांग की जा रही है। कई बार इसे लेकर प्रशासन का ध्यानाकर्षण कराया, लेकिन अधिकारियों ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। एक सप्ताह पहले ही इसे लेकर विरोध प्रदर्शन करते तत्काल मरम्मत नहीं करने पर स्कूल बहिष्कार की चेतावनी दी गई थी। वार्ड के किशन यादव ने बताया जल्द ही इसे लेकर प्रदर्शन किया जाएगा।
स्कूल भवनों व बाथरूम की होगी मरम्मत:
डीईओ जिला शिक्षा अधिकारी भुवन जैन ने कहा कि स्कूल की मरम्मत करवाई गई है। जिन स्कूल भवनों की मरम्मत नहीं हो पाई है, जल्द ही उनकी मरम्मत कराई जाएगी। बाथरूम की स्थिति में भी सुधार किया जाएगा। ग्राम सातलोर प्राथमिक शाला का माध्याह्न कक्ष में पानी टपकता है। प्रेक्टिसिंग स्कूल का कक्ष कंडम हो चुका है। स्टाफ रूम में माध्याह्न भोजन बनाया जाता है। अन्नपूर्णापारा स्कूल में भी किचन शेड से पानी रिसता है। जिससे बारिश में मध्यान्ह बनाने में काफी दिक्कत होती है।
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