पुलिस मुख्यालय ने इस बारे में मिली शिकायताें के आधार पर राज्य के सभी रेंज आईजी काे इस मामले में जांच कर तथ्यात्मक रिपाेर्ट मांगी फर्जी पत्...
पुलिस मुख्यालय ने इस बारे में मिली शिकायताें के आधार पर राज्य के सभी रेंज आईजी काे इस मामले में जांच कर तथ्यात्मक रिपाेर्ट मांगी
राज्य सरकार काे इस मामले में कई शिकायतें मिली हैं, इसमें बताया गया है कि प्रदेश में ऐसे लोगों की बाढ़ आ गई है जिनका किसी अखबार, मीडिया अथवा चैनल से कोई सरोकार नहीं है। फिर भी वे खुद काे पत्रकार कहते है और अधिकारियाें और आमजन पर अनर्गल दबाव बनाते हैं। राज्य के अतिरिक्त मुख्य सचिव सहित पुलिस अधिकारियाें काे भेजी गई शिकायत में बताया गया है कि पत्र में कहा गया था कि इन दिनों अजमेर सहित राज्य के विभिन्न शहराें में फर्जी पत्रकार बनकर असामाजिक तत्व आपराधिक कार्यो को अंजाम दे रहे है।
जानकारी में आया है कि कई काराेबारी “प्रेस” के फर्जी पहचान पत्रों का इस्तेमाल कर पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारियाें दबाव बना रहे हैं । कई वाहन चालक भी फर्जी पहचान पत्र लिए घूम रहे है । इसके अलावा अनगिनत वाहनों पर प्रेस अंकित है। जबकि इन वाहनाें का पत्रकारिता से वास्ता नहीं है । शिकायत में मांग की गई है कि पुलिस महानिदेशक को निर्देश जारी करे कि बिना सक्षम अधिकारी की अनुमति लिए बिना कोई भी अफसर (विशेषकर थाने का स्टाफ) किसी भी मीडियाकर्मी, पत्रकार यूनियन या संगठन के पदाधिकारी की पूरी पड़ताल किये बिना इंटरव्यू या बाइट आदि नही दें । यदि कोई अधिकारी ऐसा करता है तो उसके खिलाफ 16 सी सी ए के अंतर्गत कार्रवाई की जाए । इससे फर्जीवाड़ा करने वाले बेनकाब हाे सकते हैं।
यू ट्यूब न्यूज चैनल के प्रतिनिधि पत्रकारिता के लिए अधिकृत नहीं
एसपी कुंवर राष्ट्रदीप के अनुसार यू ट्यूब न्यूज चैनल के प्रतिनिधियाें काे पत्रकारिता के लिए अधिकृत नहीं माना जा सकता है। इनकी अनाधिकृत गतिविधियाें पर अंकुश लगाया जा सकता है। इस बारे में बीकानेर से संंबंधित शिकायत के अाधार पर मुख्यालय ने रिपाेर्ट तलब की है। फिलहाल इनके खिलाफ काेई कानूनी कार्रवाई करने का आदेश उन्हें नहीं मिला है।
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