"5 सूत्रीय मांगों वाला ज्ञापन सौंप, दर्ज कराया विरोध" "जिले के अधिवक्ताओं पर दर्ज मामलों पर भी जिला बार संघ आक्रोशित" &q...
"5 सूत्रीय मांगों वाला ज्ञापन सौंप, दर्ज कराया विरोध"
"जिले के अधिवक्ताओं पर दर्ज मामलों पर भी जिला बार संघ आक्रोशित"
"अधिवक्ताओं के मान सम्मान की रक्षा के लिए वचनबद्ध हूँ- अध्यक्ष"
"आगे हो सकता है बड़ा आंदोलन, हम सब एक है- ज्ञानेंद्र"
चित्रांश विकास श्रीवास्तव
उरई (जालौन):- प्रदेश के आका मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रदेश के पुलिस मुखिया विजय कुमार प्रदेश की जनता की सुरक्षा और कानून व्यवस्था को और सुदृण करने के लिए चाहे जितने जतन कर लें लेकिन उनके प्रयास धरातल पर फलीभूत होते नजर नही आ रहे है और अब तो समाज की जनता के लिए न्याय की लड़ाई लड़ने वाले अधिबक्ता भी सुरक्षित नही रह गए है और उनको अपनी ही सुरक्षा और मान सम्मान की रक्षा के लिए आवाज बुलंद करने के लिए आंदोलन करना ओढ़ रहा है जिसके चलते अधिवक्ताओं ने कलम बंद हड़ताल का एलान करके शान्तिपूर्ण ढंग से विरोध दर्ज कराया और अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन सौंपा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पता चला है कि अभी हाल ही में हापुड़ में अधिवक्ता साथी के विरुद्ध फर्जी मामला दर्ज कराया गया था जिसके बाद अधिवक्ता साथी के विरुद्ध फर्जी मुकद्दमा दर्ज होने का विरोध करते हुए हापुड़ के अधिवक्ता बन्धु मंगलवार को शांतिपूर्ण ढंग से आंदोलन कर रहे थे जिसके बाद पुलिस विभाग ने शान्तिपूर्ण ढंग से आंदोलन कर रहे अधिवक्ताओं पर बरबरतापूर्वक लाठी चार्ज कर दिया जिसके बाद उ0 प्र0 राज्य विधिक परिषद ने सरकार से कार्यवाही की मांग करते हुए प्रदेश भर में एक दिन की सांकेतिक हड़ताल का आव्हान किया था जिसके अनुपालन में 30 तारीख को जिला बार संघ जालौन हड़ताल पर रहा था लेकिन ताज्जुब की बात यह रही कि जहां एक ओर प्रदेश के अधिवक्ता हड़ताल पर रहकर हापुड़ कांड पर अपना विरोध दर्ज करा रहे थे तो वही दूसरी ओर अराजकतत्वों ने गाजियाबाद में एक अधिबक्ता साथी की गोली मारकर हत्या करके प्रदेश की कानून व्यवस्था को चुनौती देने में कोई कोर कसर नही छोड़ी। प्रदेश में आये दिन अधिवक्ताओं की हत्या व उनके उत्पीड़न के साथ साथ अधिवक्ताओं के विरुद्ध दर्ज कराए जा रहे फर्जी मामलों को लेकर अधिवक्ता बन्धु न्याय पाने के लिए लगातार मांग कर रहे है लेकिन सरकार अधिवक्ताओं की मांगों को नजरअंदाज कर रही है जिसके बाद अब उ0 प्र0 राज्य विधिक परिषद ने संज्ञान लेते हुए अधिवक्ताओं की सुरक्षा और उनको न्याय दिलाने के लिए आखिरी दम तक लड़ाई लड़ने का फैसला ले लिया है और चरणबद्ध आंदोलन की रणनीति तय करके प्रदेश भर में तीन दिन की कलमबंद हड़ताल का आव्हान किया है। जिसके बाद प्रदेश भर के अधिबक्तागण 4 तारीख से 6 तारीख तक हड़ताल पर रहेंगे। बताया जा रहा है कि यदि अभी भी सरकार ने अधिवक्ताओं की मांगो को गम्भीरता से नही लिया तो अधिबक्ता समाज विस्तृत आंदोलन करने को भी तैयार है। उ0 प्र0 राज्य विधिक परिषद द्वारा किये गए तीन दिवसीय कलमबंद हड़ताल के आव्हान के अनुपालन में आज जिला बार संघ जालौन के अधिबक्तागण भी हड़ताल पर रहे और उन्होंने शांतिपूर्ण ढंग से विरोध दर्ज कराते हुए मुख्यमंत्री को सम्बोधित 5 सूत्रीय ज्ञापन नगर मजिस्ट्रेट उरई अरुण कुमार मिश्रा को सौंपा जिसके बाद जिला बार संघ अध्यक्ष और महासचिब ने जिलाधिकारी जालौन चांदनी सिंह से मुकालात भी की है। ज्ञापन के जरिये अधिवक्ताओं ने मांग की है कि जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक हापुड़ का स्थानांतरण अविलम्ब किया जाए, अधिवक्ताओं पर हापुड़ में लाठीचार्ज के दोषी पुलिसकर्मियों पर मुकद्दमा दर्ज किया जाए, प्रदेश के अधिवक्ताओं पर दर्ज फर्जी मामले वापिस लिए जाए, अधिवक्ता सुरक्षा अधिनियम लागू किया जाए और हापुड़ कांड में घायल अधिवक्ताओं को तुरंत मुआवजा दिया जाए। अधिवक्ताओं ने ज्ञापन में यह भी लिखा है कि उनके द्वारा दिये गए पत्र प्राप्ति के 48 घण्टे के भीतर मुख्यमंत्री द्वारा अध्यक्ष व सदस्यगण उ0प्र0 राज्य विधिक परिषद को मुकालात का समय दिया जाए। इस मौके पर जिला बार संघ अध्यक्ष गिरीश श्रीवास्तव वरिष्ठ अधिवक्ता, महासचिव ज्ञानेंद्र सिंह राजावत, राजेन्द्र श्रीवास्तव(लल्ला), आनन्द स्वरूप श्रीवास्तव, सीताशरण श्रीवस्तव, वैभव श्रीवास्तव, प्रद्युम्न श्रीवास्तव, सृष्टि चतुर्वेदी, उदयनारायण श्रीवास्तव, राजेश श्रीवास्तव, अनुज शर्मा, नवीन श्रीवास्तव, अरविंद श्रीवास्तव, संतोष कुमा साहू, दीपक कुलश्रेष्ठ, कुमार गौरव श्रीवास्तव, हर्षित श्रीवास्तव, नरेंद्र कुमार द्विवेदी, मोहित श्रीवास्तव, हर्षित श्रीवास्तव, बृजराज रिछारा, आशुतोष चतुर्वेदी, मनोज शुक्ला, बल्लू, सौरभ सोनी, श्यामजी द्विवेदी, धर्मेंद्र पाल आफताब अहमद, इंद्रजीत सिंह आईजे, धीरेंद्र कुमार राजपूत, आदि अधिवक्तागण मौजूद रहे।
जिले के अधिवक्ताओं पर दर्ज मामलों पर भी जिला बार संघ आक्रोशित
- बता दें कि प्रदेश में लगातार अधिवक्ताओं के साथ हो रही घटनाओं और उन पर दर्ज हो रहे फर्जी मामलों को लेकर उ0 प्र0 राज्य विधिक परिषद द्वारा संज्ञान लेकर चरणबद्ध आंदोलन का ऐलान किये जाने के बाद अब जिला बार संघ जालौन ने भी प्रदेश में अधिवक्ताओं के साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ आवाज बुलंद की है और साथ ही साथ जिले के अधिवक्ताओं के साथ हो रहे अन्याय पर भी जिला बार संघ आक्रोशित नजर आया है और उन्होंने कहा है कि जनपद में भी अधिवक्ताओं पर दर्ज मामले वापिस (स्पंज) किये जायें।
अधिवक्ताओं के मान सम्मान की रक्षा के लिए वचनबद्ध हूँ- अध्यक्ष
- जब इस मौके पर जिला बार संघ अध्यक्ष गिरीश श्रीवास्तव, वरिष्ठ अधिवक्ता से बात की गई तो उन्होंने कहा मैं हापुड़ पुलिस द्वारा अधिवक्ताओं पर बरबरतापूर्वक किये गए लाठी चार्ज की कड़े शब्दों में निंदा करता हूँ और वादा करता हैं कि मैं अधिबक्ता साथियों पर आने वाली समस्याओं में उनके साथ कंधे से कंधा लगाकर उनकी मदद करूंगा और उन्होंने कहा कि मैं वचनबद्ध हूँ कि मैं अधिवक्ता साथियों के मान सम्मान की रक्षा के लिए सदैव तत्पर रहूंगा और मैं सरकार से मांग करता हूँ कि हमारी मांगे जल्द पूरी हो और सरकार अधिवक्ता प्रोटेक्शन एक्ट जल्द से जल्द लागू करें और मैं चेतावनी देता हूँ कि जिले में अधिवक्ताओं के विरुद्ध दर्ज फर्जी मामलों में भी पुलिस निष्पक्ष जांच/विवेचना कर स्थिति स्पष्ट करें अन्यथा जिला बार संघ जालौन बड़ा आंदोलन करने को विवश होगा।
आगे हो सकता है बड़ा आंदोलन, हम सब एक है- ज्ञानेंद्र
- जब इस मौके पर जिला बार संघ जालौन के महासचिव ज्ञानेंद्र राजावत से बात की गई तो उन्होंने कहा कि हम सब अधिवक्ता एक है। उन्होंने कहा कि हापुड़ कांड में अधिवक्ताओं के साथ हुई घटना बहुत ही निंदनीय घटना है और हम लोग इसका विरोध कर रहे है और सरकार से मांग करते है कि हम लोगों की मांगों को गम्भीरता से लेकर जल्द से जल्द उनको पूरा करे और हम अधिवक्ताओं की सुरक्षा के लिए अधिबक्ता प्रोटेक्शन एक्ट लागू करें। अन्यथा कि स्थिति में अधिबक्ता समाज बड़ा आंदोलन करेगा।
"अभी फलक को पड़ा दिलजलों से काम नही"
"जलाकर खाक न कर दूं तो आग नाम नही"
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