मांग पूरी न होने पर आखिरी दम तक लडते रहेगे- गिरीश बार काउंसिल हमारी मातृ संस्था, सरकार एपीए लागू करे- ओमशंकर आज लिया गया निर्णय कल को प्रभाव...
मांग पूरी न होने पर आखिरी दम तक लडते रहेगे- गिरीश
बार काउंसिल हमारी मातृ संस्था, सरकार एपीए लागू करे- ओमशंकर
आज लिया गया निर्णय कल को प्रभावित करेगा-गोयल
वेबजह अधिवक्ताओं का उत्पीड़न न हो, सरकार एपीए लागू करे- कुलश्रेष्ठ
हापुड़ कांड के दोषी पुलिसकर्मियों पर एफआईआर दर्ज हो- जंगबहादुर
मांग पूरी होने तक वापिस न हो हड़ताल, सरकार एपीए लागू करे- हरीसिंह
मांगे पूरी होने तक हड़ताल जारी रहे, सरकार एपीए जारी करे- संदीप
विकास श्रीवास्तव, एडवोकेट
सृष्टि चतुर्वेदी, एडवोकेट
उरई (जालौन):- प्रदेश के हापुड़ में अधिवक्ताओं द्वारा शांतिपूर्ण ढंग से किये जा रहे धरना प्रदर्शन कर रहे अधिवक्ताओं पर पुलिस द्वारा बर्बरतापूर्वक लाठीचार्ज किये जाने की घटना के बाद अपनी मांगों को लेकर कलमबंद हड़ताल पर उतरे अधिवक्ताओं का आक्रोश कम होता नजर नही आ रहा है। जहां एक ओर सरकार द्वारा अधिवक्ताओं की मांगों को नजरअंदाज किया जा रहा है तो वही दूसरी ओर अधिवक्ताओं का गुस्सा भी दिन व दिन बढ़ता ही जा रहा है। जिसके चलते अपनी मांगे पूरी कराने के लिए आज तीसरे दिन भी प्रदेश भर के अधिवक्ताओं ने हड़ताल जारी रखकर धरना प्रदर्शन किया और अधिवक्ताओं का कहना है कि जब तक मांग पूरी नही होती तब तक काम पर वापिस आने को हम तैयार नही है।
बता दे कि हापुड़ कांड के बाद मांगो को लेकर प्रदेश व्यापी हड़ताल के तीसरे दिन भी जिले के अधिवक्ताओं ने अपनी कलमबंद हड़ताल जारी रखी और धरना प्रदर्शन किया जिले अधिवक्ताओं का कहना है कि जब तक हापुड़ कांड के दोषी पुलिसकर्मियो पर कार्यवाही न हो और अधिबक्ता प्रोटेक्शन एक्ट लागू न हो जाये तब तक हड़ताल जारी रहनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हम अधिबक्ता जनता को न्याय दिलाने के लिए लड़ाई लड़ते है और आज हम अधिवक्ताओं की सुरक्षा को सरकार द्वारा नजरअंदाज करने पर अपने हक और सुरक्षा के लिए आंदोलन करना पड़ रहा है और सरकार हमारी मांगे मानने से पल्ला झाड़ना चाह रही है लेकिन ऐसा नही चलेगा। संयुक्त रूप से आवाज वुलन्द करते हुए अधिवक्ताओं ने कहा है कि यदि सरकार चाहती है कि हम अधिवक्ता काम पर वापिस आये तो सरकार अधिबक्ता सुरक्षा अधिनियम लागू करें । अधिवक्ताओं के आक्रोश पर गौर किया जाए तो ऐसा नजर आ रहा है कि यदि अधिवक्ताओं की मांग पूरी नही की गई और सरकार द्वारा अधिवक्ताओं की मांगों को नजरअंदाज करने वाला रवैया अपनाये जाने के कारण आंदोलन आगे जारी रहा तो अधिबक्ता समाज आगामी चुनाव में वर्तमान सरकार के विपरीत जाकर मतदान कर सकता है।
मांग पूरी न होने पर आखिरी दम तक लड़ते रहेंगे- गिरीश
- जिला मुख्यालय पर अधिवक्ताओं के साथ धरना प्रदर्शन कर रहे जिला बार संघ अध्यक्ष गिरीश कुमार श्रीवास्तव से बात की गई तो उन्होंने कहा कि हम सब अधिबक्तागण अपनी मांगों को लेकर कलमबंद हड़ताल पर है और सरकार जब तक चाहे हम लोगों की मांगों को नजरअंदाज करे लेकिन इस बार हम अधिबक्तागण अपनी मांगों को लेकर आखिरी दम तक लड़ाई लड़ेंगे और महासचिव ज्ञानेंद्र सिंह राजावत ने कहा कि अधिबक्ता समाज झुकने वाला नही है और इस बार आर पार की लड़ाई के लिए कमर कस चुका है। इसी के साथ समस्त अधिवक्ताओं ने संयुक्त रूप से आवाज बुलंद करके कहा कि जब तक हमारी मांगे नही मानी जाती और अधिवक्ता सुरक्षा अधिनियम लागू नही होता तब तक हड़ताल जारी रहनी चाहिए। इस मौके पर जिला बार संघ अध्यक्ष गिरीश कुमार श्रीवास्तव, महासचिव ज्ञानेंद्र सिंह राजावत, राजेन्द्र कुमार श्रीवास्तव (लल्ला), आनन्द स्वरूप श्रीवास्तव, प्रद्युम्न श्रीवास्तव, भूपेंद्र वैद, बृजराज रिछारा, सृष्टि चतुर्वेदी, सुमन गौतम, अनुज शर्मा, कुमार गौरव श्रीवास्तव, धीरेंद्र कुमार श्रीवास्तव, नवीन श्रीवास्तव, अरविन्द कुमार श्रीवास्तव, राजेश श्रीवास्तव, सीताशरण श्रीवास्तव, वैभव श्रीवास्तव, मोहित श्रीवास्तव, नरेंद्र कुमार द्विवेदी, मुकेश कुमार चुर्खी, मारुति नन्दन गुप्ता, हेमंत कुमार द्विवेदी, अंकित श्रीवास्तव, दीपक कुलश्रेष्ठ आदि अधिवक्ता मौजूद रहे।
बार काउंसिल हमारी मातृ संस्था, सरकार एपीए लागू करे- ओमशंकर
- शिक्षक दिवस के मौके पर नगर के श्रेष्ठ विधि विशेषज्ञ और मेरे गुरु पूर्व बार संघ अध्यक्ष ओमशंकर अग्रवाल, वरिष्ठ अधिवक्ता से आशीर्वाद लेने के बाद जब इस मामले पर चर्चा करके उनसे अपने विचार सांझा करने का आग्रह किया गया तो उन्होंने कहा कि वर्तमान हालात में अधिवक्ताओं के साथ हो रही घटनाओं को देखा जाए तो यह बहुत ही गम्भीर विषय है कि जनता के न्याय दिलाने के लिये लड़ने वाला अधिबक्ता समाज ही अब अन्याय का शिकार हो रहा है जिसको लेकर हमारी मांगे है कि हापुड़ कांड के दोषी पुलिस कर्मियों पर एफआईआर दर्ज हो और अधिवक्ताओं पर दर्ज फर्जी मामले वापिस लिए जाए और सरकार अपने अधीनस्थों को निर्देशित करे कि अभिवक्ताओ पर फर्जी मामले दर्ज कर न करे ताकि बेवजह अधिवक्ताओं का उत्पीड़न बंद हो। उन्होंने कहा कि यह उ0प्र0 राज्य विधिक परिषद हम अधिवक्ताओं की मातृ संस्था है उसके दिशा निर्देशों का पालन करना और उसके निर्णयों में समर्थन करना हम अधिवक्ताओं का धर्म है लेकिन हम अधिवक्ताओं की मंशा है कि जब तक मांगे पूरी न हो तब तक हड़ताल वापिस न ली जाए।
आज लिया गया निर्णय कल को प्रभावित करेगा-गोयल
- शिक्षक दिवस पर ही नगर के वरिष्ठ विधि विशेषज्ञ और मेरे गुरु पूर्व महासचिब बार संघ कोंच से आशीर्वाद प्राप्त करने उपरांत इस गम्भीर मुद्दे को लेकर उनके विचार जाने तो उन्होंने कहा कि हापुड़ कांड में पुलिस द्वारा बर्बरतापूर्वक लाठीचार्ज करने को देखकर ऐसा। लगने लगा है कि जैसे पुलिस निरंकुश हो रही है और सरकार को पुलिस पर अंकुश लगाना चाहिए और उन्होंने कहा कि हम लोगों की मांग है कि हापुड़ कांड के दोषी पुलिसकर्मियों पर एफआईआर दर्ज हो और उन पर कार्यवाही हो और हमारे अधिबक्ता साथियों का उत्पीड़न करने के लिए जो फर्जी मामले दर्ज किए गए है उनको वापिस लिया जाए और सरकार जल्द से जल्द अधिवक्ता सुरक्षा अधिनियम लागू करे। बिना मांग पूरी हुए हड़ताल वापिस लेने की बात पर उन्होंने कहा कि आज लिया गया निर्णय कल को प्रभावित करेगा इसलिए अधिवक्ता हित को ध्यान में रखते हुए कोई भी निर्णय लिया जाए क्योंकि यदि बिना मांग पूरी हुए हड़ताल वापिस हुई तो मांगे पूरी नही होंगी।
बेवजह अधिवक्ताओं का उत्पीड़न न हो, सरकार एपीए लागू करे- कुलश्रेष्ठ
- कालपी में भी अधिवक्ताओ ने कलमबंद हड़ताल की मुहीम को पूरे जोश और आक्रोश के साथ जारी रखा है और अधिवक्ताओं के जोश को देखते हुए यह बिल्कुल भी नही लगा कि अधिबक्ता बिना मांग पूरी हुए काम पर वापिस आने को तैयार है। इस मौके पर कालपी बार संघ अध्यक्ष जुगलकिशोर कुलश्रेष्ठ, वरिष्ठ अधिवक्ता से बात की गई तो उन्होंने कहा कि हापुड़ कांड को लेकर हम अधिवक्तागण पिछले तीन दिन से कलमबंद हड़ताल पर है और हम लोगों की मांगे है कि हापुड़ कांड के दोषी पुलिसकर्मियों पर एफआईआर दर्ज हो, अधिवक्ताओं पर दर्ज फर्जी मामले वापिस लिए जाए साथ ही साथ सरकार हम अधिवक्ताओं की सुरक्षा के लिए एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट (एपीए) लागू करे और यह भी कहना चाहता हूं कि किसी भी अधिबक्ता के विरुद्ध फर्जी मामले दर्ज कर अधिवक्ताओं का बेवजह उत्पीड़न न हो और मामला दर्ज करने से पहले सम्बंधित बार संघ अध्यक्ष को सूचना दी जाए। उन्होंने यह भी कहा कि हम अधिवक्तागण मांग पूरी हुए बिना काम और वापिस आने को तैयार नही है इसलिए जब तक मांग पूरी न हो हड़ताल जारी रहनी चाहिए। इस मौके पर बार संघ अध्यक्ष जुगलकिशोर कुलश्रेष्ठ वरिष्ठ अधिवक्ता, महासचिब राजेश यादव, रविन्द्र श्रीवास्तव, किशोर गौरव कुलश्रेष्ठ (अंशुल), देवेंद्र श्रीवास्तव, असलम व अतीक अहमद आदि अधिवक्तागण मौजूद रहे।
हापुड़ कांड के दोषी पुलिसकर्मियों पर एफआईआर दर्ज हो- जंगबहादुर
- तीन दिन से चल रहे हड़ताल और धरना प्रदर्शन के माहौल में जालौन के अधिवक्तागण तीसरे दिन भी जोश और आक्रोश से भरे और संयुक्त रूप से नारेबाजी करते नजर आए। सभी अधिवक्ताओं का कहना है कि जब तक मांगे पूरी नही होगी तब तक काम पर वापिसी नही होनी चाहिए। इस मौके पर जब बार संघ जालौन के अध्यक्ष जंगबहादुर सिंह सेंगर, वरिष्ठ अधिबक्ता से बात की गई तो उन्होंने कहा कि हापुड़ में अधिवक्ताओं के ऊपर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किया जाना बहुत ही निंदनीय घटना है और अधिवक्ताओं की सुरक्षा को लेकर विचार हेतु गम्भीर विषय है जिसको लेकर हम अधिवक्ताओं की मांगे है कि हापुड़ कांड के दोषी पुलिस कर्मियों पर एफआईआर दर्ज होकर कार्यवाही हो और हमारे अधिवक्ताओं पर दर्ज फर्जी मामलों को वापिस लिया जाए और सरकार जल्द से जल्द अधिवक्ता सुरक्षा अधिनियम लागू करे। इसी के साथ जब जालौन बार संघ के पूर्व जिला महासचिव और क्रांतिकारी अधिबक्ता उमेश दीक्षित (दद्दा) वरिष्ठ अधिबक्ता से बात की गई तो उन्होंने कहा कि पहले हापुड़ कांड और उसके बाद हापुड़ कांड के विरोध में प्रदेश भर में जारी आंदोलन के दौरान अधिवक्ताओं के साथ हो रही अमानवीय घटनाएं बहुत ही शर्मसार करने वाली घटनाएं है और अब समय आ गया है कि अधिवक्ताओं की सुरक्षा के लिए सरकार जल्द से जल्द अधिबक्ता सुरक्षा अधिनियम लागू करे। इस मौके पर बार संघ अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह वरिष्ठ अधिबक्ता, महासचिव राघवेंद्र मोहन चतुर्वेदी, पूर्व महासचिव उमेश दीक्षित (दद्दा), संतोष यादव, धर्मेंद्र कुमार द्विवेदी, पंकज श्रीवास्तव, जयप्रकाश श्रीवास्तव, हेमेंद्र श्रीवास्तव, अमित श्रीवास्तव, हर्षित राय श्रीवास्तव (नमन), अभिषेक श्रीवास्तव, विनोद श्रीवास्तव, राजेश श्रीवास्तव,मुलायम सिंह यादव, अनूप गुप्ता, राम मोहन परिहार, पुष्पेंद्र यादव, बादाम यादव, कमल कुशवाहा, जितेंद्र यादव आदि अधिवक्तागण मौजूद रहे।
मांग पूरी होने तक वापिस न हो हड़ताल, सरकार एपीए लागू करे- हरीसिंह
- अब जब बात अधिवक्ताओं के मान सम्मान की है तो कोंच के अधिबक्ता भी किसी से पीछे रहने वाले नही है और आज हड़ताल के तीसरे दिन भी पूरे जोश और जज्बे के साथ आक्रोशित लब्बोलुआब में धरना प्रदर्शन देते नजर आए और सबका संयुक्त रूप से बस यही कहना था कि बात अधिवक्ताओं के मान सम्मान की है तो जब तक मांग पूरी नही हो जाती तब तक हड़ताल वापिस नही होनी चाहिए। जब इस मौके पर बार संघ कोंच के अध्यक्ष हरीसिंह निरंजन से बात की गई तो उन्होंने कहा कि हापुड़ में अधिवक्ताओं के साथ बर्बरतापूर्वक लाठीचार्ज करना बहुत ही निंदनीय कृत्य है और हम अधिवक्तागण उसका विरोध कर रहे है और हमारी मांगे है कि हापुड़ कांड के दोषी पुलिसकर्मियों के विरुद्ध मामला दर्ज कर कार्यवाही की जाए और प्रदेश में हमारे अधिबक्ता साथियों पर दर्ज फर्जी मामले वापिस लिए जाए और सरकार जल्द से जल्द हमारी मांगो को मानकर अधिबक्ता सुरक्षा अधिनियम लागू करे। इसी के साथ उन्होंने कानपुर बार की सराहना करते हुए यह भी कहा कि जब तक मांगे पूरी नही होती तब तक हड़ताल वापिस नही होनी क्योंकि हड़ताल वापिस ले ली गई तो हमारी मांगो को पूरा नही किया जाएगा। इस मौके पर कोंच बार संघ अध्यक्ष हरीसिंह निरंजन, महासचिव नरेंद्र पुरोहित (गुरु), संतलाल अग्रवाल वरिष्ठ अधिवक्ता, पूर्व बार संघ अध्यक्ष ओम शंकर अग्रवाल वरिष्ठ अधिवक्ता, पूर्व बार संघ अध्यक्ष श्रीराम गुप्ता वरिष्ठ अधिवक्ता, विनोद अग्निहोत्री वरिष्ठ अधिवक्ता, पूर्व बार संघ अध्यक्ष रवि खरे, पूर्व महासचिव राजकुमार गोयल वरिष्ठ अधिवक्ता, अनिल अग्रवाल वरिष्ठ अधिवक्ता, बृजेन्द्र वाजपेयी, के के श्रीवास्तव, संतोष खरे, रामकुमार खरे, राजीव श्रीवास्तव, शशांक श्रीवास्तव, अनुराग श्रीवास्तव, गजेंद्र कुमार, राहुल निरंजन, राहुल अवस्थी, विपिन पटेल (सोन्टू गोरा), असित कुशवाहा, राजीव सोनी, चंद्रेश गोस्वामी, इंद्रजीत राठौर, दीपक मिश्रा, एच एन संजय श्रीवास्तव, संदीप श्रीवास्तव, राघवेंद्र निरंजन आदि अधिवक्तागण मौजूद रहे।
मांगे पूरी होने तक हड़ताल जारी रहे, सरकार एपीए लागू करे- संदीप
- माधौगढ़ के अधिबक्ता भी इस मौके पर आक्रोशित होकर धरना देकर अपनी मांगों को पूरा कराने के लिए आवाज बुलंद करते नजर आए और उन्होंने नारेबाजी करते हुए संयुक्त रूप से कहा कि जब तक मांगे पूरी नही होती काम पर वापिस नही होंगे। इस मौके पर जब बार संघ अध्यक्ष माधौगढ़ संदीप कुमार मिश्रा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि हम लोगो की मांग है कि हापुड़ कांड के दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्यवाही हो और अधिवक्ताओं पर दर्ज फर्जी मामले वापिस हो और सरकार जल्द से जल्द एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू करे और हम लोगों का यह भी कहना है कि जब तक मांगे पूरी न हो जाये तब तक हड़ताल जारी रहनी चाहिए। इस मौके पर माधौगढ़ बार संघ अध्यक्ष संदीप कुमार मिश्रा, बार के महासचिब और विवेक कुमार द्विवेदी आदि अधिवक्तागण मौजूद रहे
अभी फलक को पड़ा दिलजलों से काम नही
जलाकर राख न कर दूं तो आग नाम नही
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