नपा प्रशासन या जिम्मेदारों के पास नही संतुष्टिपूर्ण जबाब चित्रांश विकास श्रीवास्तव कोंच (जालौन):- नपा प्रशासन की परत दर परत सामने आ रही ब...
चित्रांश विकास श्रीवास्तव
कोंच (जालौन):- नपा प्रशासन की परत दर परत सामने आ रही बंदरबांट नीति और धांधलियों से अब तो मानो ऐसा प्रतीत होने जैसे नपा प्रशासन ने नगर का विकास करने का नही बल्कि प्रदेश के आका मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के घोटालों व धांधलियों को रोकने के प्रयासों को फलीभूत न होने देने और सरकार की छवि को खराब करने का टेंडर ले लिया हो क्योंकि नपा प्रशासन की कार्यशैली से परत दर परत निकल कर आ रही सच्चाइयों से सामने आ रही धांधलियां ऐसा ही संदेश दे रही है। पहले वृक्षारोपण अभियान को पलीता फिर अनावश्यक रूप से झाड़ू खरीद करके सरकारी धन का बंदरबाट करने के मामले के उजागर होने के बाद अब एक नया मामला सामने जिसमे नपा के विकास कार्यों के नाम पर भी बंदरबांट होता साफ नजर आ रहा है। इसकी भनक तब लगी जब बिना किसी वैधानिक प्रक्रिया को अपनाए हुए नपा द्वारा पूर्व में डाली गई आरसीसी रोड को तोड़कर मलवा भी उठा लिया गया और नपा प्रशासन को इसकी अभी तक कोई भनक भी नही है और जबाब के नाम पर सब अपने अपने बचाव में बहाने बनाते हुए नजर आ रहे है।
बता दे कि नगर पालिका कोंच के मुहल्ला सुभाष नगर कोंच वार्ड नम्बर 17 के निवासी शैलेन्द्र मोहन द्विवेदी ने लिखित रूप से नगर पालिका प्रशासन और अन्य उच्चाधिकारियों को शिकायत करके अवगत कराया है कि उनके मुहल्ले में शशांक मोहन श्रीवास्तव, एडवोकेट के मकान से बोदरी माता मंदिर तक करीब 80 या 100 मीटर पूर्व में निर्मित सही अवस्था के आरसीसी रोड को जबरन ताकत के बल पर तोड़कर मलवा उठा लिया गया है और अब मिट्टी भी उठाई जा रही है जिससे उनके मकान की नींव में पानी बैठ रहा है और उनके मकान में अपूर्तनीय क्षति होगी। उन्होंने यह भी बताया कि उन्होंने इसकी शिकायत नगर पालिका कोंच के अधिशासी अधिकारी पवन कुमार मौर्य से इसकी शिकायत की लेकिन कोई कार्यवाही नही हुई। इसके बाद उन्होंने निर्माण लिपिक जीवन बाबू से इसकी शिकायत की तो जानकारी हुई कि इस कार्य के लिए कोई प्रस्ताव या टेंडर नही हुआ है और न ही इस कार्य के लिए कोई कार्य आदेश पालिका कार्यालय से जारी हुआ है लेकिन इसके बाबजूद भी कोई कार्यवाही नही की गई। इसके बाद उन्होंने पालिकाध्यक्ष प्रदीप कुमार गुप्ता और अपने वार्ड नम्बर 17 के सभासद वेद प्रकाश द्विवेदी (विक्की) से भी इसकी शिकायत की किंतु कोई कार्यवाही नही हुई है। इस मामले में शिकायतकर्ता का कहना है कि वह नगर पालिका प्रशासन को इस अवैधानिक तरीके से हुए कार्य से पूर्व में ही अवगत करा चुका है लेकिन जब नगर पालिका प्रशासन के जिम्मेदारों से बात की गई तो वो कोई संतुष्टिपूर्ण जबाब नही दे सके और उन्होंने यह भी कहा कि अभी जानकारी नही है देखना पड़ेगा जिसके बाद अब सवाल यह खड़ा होने लगा है कि शिकायतकर्ता द्वारा इतने बड़े मामले से अवगत कराने के बाद नगर पालिका प्रशासन और जिम्मेदारों की अभी तक नींद नही टूटने की आखिर वजह क्या है❓ जो एक ओर नगर पालिका में व्याप्त अनियमित्ताओं को उजागर कर ही रही है तो दूसरी ओर नगर पालिका प्रशासन की बंदरबाट नीति के चलते लापरवाहीपूर्ण कार्यशैली को भी उजागर कर रही है। किसी व्यक्ति या ठेकेदार नगर पालिका के बिना किसी प्रस्ताव, बिना निविदा विज्ञप्ति और बिना कार्य आदेश के सावर्जनिक सरकारी सीसी रोड को जबरन ताकत के बल पर तोड़कर उसका मलवा तक उठा लिया जाना और पालिका कार्यालय को इसकी भनक तक न लग पाना और शिकायतकर्ता द्वारा अवगत कराएं जाने पर भी नगर पालिका प्रशासन द्वारा हाथ पर हाथ रखे बैठे रहना और कार्यवाही न करना स्वयं ही अवैधानिक तरीके से किये गए इस कार्य में नगर पालिका प्रशासन की संलिप्तता को उजागर करने के साथ साथ नगर पालिका में व्याप्त अनियमितताओं से भी पर्दा उठा रहा है। जिसके बाद अब देखने लायक बात यह होगी कि नगर पालिका कोंच में व्याप्त अनियमित्ताओं पर उच्च अधिकारियों द्वारा शिकंजा कस जाएगा या फिर नगर पालिका प्रशासन अपने द्वारा बनाये गए घोटालों और अनियमित्ताओं के स्विमिंग पूल में आनन्द लेता रहेगा। नगर पालिका परिषद कोंच के अधिशाषी अधिकारी पवन कुमार मौर्य की वृहद वृक्षारोपण जन अभियान में सामने आई लापरवाही के बाबत जब उनसे की गई बातचीत के बाद उन्होने नम्बर ब्लैक लिस्ट में डाल दिया है जिस कारण उनसे इस मामले को लेकर बात नही हो पाई है।
छह माह पूर्व हुए कार्य के स्टीमेट में मर्ज करने की तैयारी
- नियम कायदों को ठेंगा दिखाकर अवैधानिक तरीके से किये जा रहा इस निर्माण कार्य की हकीकत उजागर हो जाने के बाद अब मुहल्लेवासियों और सूत्रों का दावा है कि नगर पालिका प्रशासन अपने बचाव के लिए एक नया कारनामा करने वाली है। बताया जा रहा है कि इस गली से लगी हुई पहले वाली सड़क पर नगर पालिका द्वारा बी आर नम्बर 1 (36) दिनांक 13/09/21 के माध्यम से राजेन्द्र कुमार के मकान से इकबाल मास्टर से घर होते हुए नसीम के मकान तक पुरानी सीसी पर इंटरलॉकिंग का निर्माण कार्य कराया गया था जिसका स्टीमेट तैयार होकर छह माह पूर्व ही कार्य पूर्ण हो चुका है और इस निर्माण कार्य का भुगतान भी हो चुका है लेकिन पालिका प्रशासन इस अवैधानिक तरीके से कराए गए निर्माण कार्य में फंसे खुद के गले को निकालने के लिए नियम व कायदों और शासनादेशों को ठेंगा दिखाकर इस कार्य को उसमें मर्ज (जोड़ना) चाह रही है।
फाइल देखनी पड़ेगी प्रस्ताव हुआ या नही- निर्माण लिपिक
- जब इस मामले को लेकर नगर पालिका कोंच के निर्माण लिपिक जीवन बाबू से बात की गई और उनसे पूछा कि इस कार्य के बाबत नगर पालिका कोंच ने प्रस्ताव, विज्ञप्ति या कार्य आदेश जारी किया है या नही तो वो जबाब में कभी हाँ कभी न के बीच अटक कर रह गए और बाद में पल्ला झाड़ते हुए बोले कि मुझे इस सम्बंध में फाइल देखनी पड़ेगी प्रस्ताव हुआ है या नही। आश्चर्यजनक बात यह है कि शिकायतकर्ता द्वारा अवगत कराने का बाद अभी तक इन्होंने फाइल ही नही देख पाई है।
मुझे जानकारी नही, कल करता हूँ जानकारी- पालिकाध्यक्ष
- इस सम्बंध में जब नगर पालिका कोंच के पालिकाध्यक्ष प्रदीप कुमार गुप्ता से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मुझे जानकारी नही कि इसका कार्य का प्रस्ताव हुआ है या नही और फिर छुट्टी पड़ जाने के कारण मैं जानकारी नही कर पाया हूँ कल मैं आफिस जाकर जानकारी करूंगा।
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